thorium power
थोरियम घोटाला ...कुछ प्राथमिक तथ्य ................!!!
नियमों का उल्लंघन कर भारत के समुद्र तटो से 2.1 मिलियन टन समुद्री रेत गायब जिसमे था लगभग 195,300 टन थोरियम ...!.
भारत के चीफ कंट्रोलर आफ माईन्स का पद पर 30 जून 2008 अब तक खाली ....
केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के यहाँ शिकायतयाफ्ता रंजन सहाय कार्यकारी तौर पर देख रहे है मुख्य खनन नियंत्रक का काम...
रंजन सहाय पर है गंभीर अनियमित्ताओ के आरोप ...
देश से परमाणु उर्जा के महत्वपूर्ण श्रोत का अंधाधुंध गैरकानूनी निर्यात ...
सन 2011 में 30 नबम्बर को कोडाईकनाल के सांसद सुरेश ने संसद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भारत से बड़ी मात्र में थोरियम के निर्यात और उसके सन्दर्भ में एटामिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड के प्रावधानों के उल्लंघन के बारे में प्रश्न पूछ था ............!
लेकिन जैसा की सबको पता है की मनमोहन सिंह को हर घोटाले पर सन्नाटेदार चुप्पी मारने की पुरानी आदत रही है .इसलिए सांसद सुरेश द्वारा पूछे गए सबाल का जबाब ..प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री का दर्जा पाए बी. नारायणसामी ने दिया था .. उन्होंने जबाब में इस बात को स्वीकार किया की भारत से बड़ी मात्र में समुद्री रेत ( थोरियम इसी रेत में पाया जाता है 9.7% प्रति टन की दर से ) का निर्यात किया गया है ..लेकिन इसके लिये एटामिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड के प्रावधानों के अंतर्गत लाईसेंस जारी नहीं किये गए थे ......!!
भारत में खनन छेत्र के नियमन का कार्य चीफ कंट्रोलर आफ माईन्स के आधीन होता है ..और ये कार्यालय भारत सरकार के खनन मंत्रालय के अंतर्गत आता है ..!!
भारत में परमाणु उर्जा बिभाग देश के प्रधानमंत्री के पास ही रहता है ..वर्तमान समय में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास इस बिभाग के जिम्मेदारी उनके कार्यकाल के समय से है ..और यही परमाणु उर्जा बिभाग देश के परमाणु खनिजों की देखरेख और नियमन करता है ...!
भारत के चीफ कंट्रोलर आफ माईन्स के पद पर 30 जून 2008 तक एक ईमानदार अधिकारी श्री सी पी एम्ब्रोस कार्यरत थे । उनके रिटायर होने के बाद से अब तक इस महत्वपूर्ण पद को खाली रक्खा गया है है। बर्तमान समय में सेंट्रल ज़ोन के खनन नियंत्रक रंजन सहाय कार्यकारी तौर पर मुख्य खनन नियंत्रक का काम देख रहे है। सहाय के ऊपर नेताओं और निजी खनन माफियाओं का वरदहस्त है। उसके खिलाफ़ कई शिकायते सीवीसी के पास पड़ी हैं।खन माफ़िया से मिल कर 2008 के बाद थोरियम जैसे राष्ट्रीय महत्व के खनिज का उत्पादन निजी क्षेत्र को सौंप दिया गया। इस रेत का निर्यात किया जाने लगा जिसे देश से बाहर भेजा जाना ही अपराध है।
थोरियम एक आणविक पदार्थ है जो परमाणु उर्जा और परमाणु हथियारों के लिये उपयोग में लाया जाता है .........!
विश्व में सबसे बड़े थोरियम भण्डार भारत में है ...!
भारत में पाया जाने बाला थोरियम शोधन के हिसाब से सबसे अच्छा माना जाता है ...
भारत में थोरियम समुद्री रेट में पाया जाता है जबकि अन्य देशो में चट्टानों के रूप में पाया जाता है ...!
भारत में थोरियम के भण्डार उडीसा .तमिलनाडु और केरल के समुद्र तटों पर है ...!
कोयला मंत्रालय जब प्रधानमंत्री के आधीन था तब उसमे भी बड़े पैमाने पर घोटाले हुए थे जिस पर कैग की रिपोर्ट के 18600000 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है ... लेकिन थोरियम कोयले से कही जादा महत्वपूर्ण पदार्थ है जिसके बारे में हुए घोटाले का सम्पूर्ण तथ्य तभी सामने आ सकते है जब सब सम्बंधित जांच एजेंसियां इसकी जांच को सही तरीके से अंजाम देंगी ..!!
http:// indiandefenceboard.com/ threads/ conspiracy-theory-exposing- the-ram-sethu-samudram-pro ject.2272/
http://thestatesman.net/ index.php?option=com_conten t&%3B%3Bview=article&am p%3B%3Bid=422057&%3B%3B catid=38
http:// abhijit-k-adhikari.me/ indian-military-power/ thorium-energy/
http:// www.deccanherald.com/ content/246849/ india-all-set-tap-thorium.h tml
http:// www.telegraph.co.uk/ finance/comment/7970619/ Obama-could-kill-fossil-fue ls-overnight-with-a-nuclea r-dash-for-thorium.html
http://www.guardian.co.uk/ environment/2011/nov/01/ homi-bhabha-india-thorium-n uclear
http://spectrum.ieee.org/ energy/nuclear/ qa-thorium-reactor-designer -ratan-kumar-sinha
http://www.impactlab.net/ 2006/08/22/ india-switches-from-uranium -to-thorium/
http://www.smh.com.au/ environment/energy-smart/ thoriumrich-india-plans-alt ernative-nuclear-reactor-2 0111104-1mzw3.html
http:// www.power-technology.com/ features/ featureu-turn-thorium-safe- nuclear-power-generation/ featureu-turn-thorium-safe- nuclear-power-generation-2 .html
http://article.wn.com/ view/2007/09/17/ US_firm_offers_India_thoriu m_reactors/
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*** पवन अवस्थी ****
नियमों का उल्लंघन कर भारत के समुद्र तटो से 2.1 मिलियन टन समुद्री रेत गायब जिसमे था लगभग 195,300 टन थोरियम ...!.
भारत के चीफ कंट्रोलर आफ माईन्स का पद पर 30 जून 2008 अब तक खाली ....
केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के यहाँ शिकायतयाफ्ता रंजन सहाय कार्यकारी तौर पर देख रहे है मुख्य खनन नियंत्रक का काम...
रंजन सहाय पर है गंभीर अनियमित्ताओ के आरोप ...
देश से परमाणु उर्जा के महत्वपूर्ण श्रोत का अंधाधुंध गैरकानूनी निर्यात ...
सन 2011 में 30 नबम्बर को कोडाईकनाल के सांसद सुरेश ने संसद में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भारत से बड़ी मात्र में थोरियम के निर्यात और उसके सन्दर्भ में एटामिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड के प्रावधानों के उल्लंघन के बारे में प्रश्न पूछ था ............!
लेकिन जैसा की सबको पता है की मनमोहन सिंह को हर घोटाले पर सन्नाटेदार चुप्पी मारने की पुरानी आदत रही है .इसलिए सांसद सुरेश द्वारा पूछे गए सबाल का जबाब ..प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री का दर्जा पाए बी. नारायणसामी ने दिया था .. उन्होंने जबाब में इस बात को स्वीकार किया की भारत से बड़ी मात्र में समुद्री रेत ( थोरियम इसी रेत में पाया जाता है 9.7% प्रति टन की दर से ) का निर्यात किया गया है ..लेकिन इसके लिये एटामिक एनर्जी रेगुलेटरी बोर्ड के प्रावधानों के अंतर्गत लाईसेंस जारी नहीं किये गए थे ......!!
भारत में खनन छेत्र के नियमन का कार्य चीफ कंट्रोलर आफ माईन्स के आधीन होता है ..और ये कार्यालय भारत सरकार के खनन मंत्रालय के अंतर्गत आता है ..!!
भारत में परमाणु उर्जा बिभाग देश के प्रधानमंत्री के पास ही रहता है ..वर्तमान समय में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास इस बिभाग के जिम्मेदारी उनके कार्यकाल के समय से है ..और यही परमाणु उर्जा बिभाग देश के परमाणु खनिजों की देखरेख और नियमन करता है ...!
भारत के चीफ कंट्रोलर आफ माईन्स के पद पर 30 जून 2008 तक एक ईमानदार अधिकारी श्री सी पी एम्ब्रोस कार्यरत थे । उनके रिटायर होने के बाद से अब तक इस महत्वपूर्ण पद को खाली रक्खा गया है है। बर्तमान समय में सेंट्रल ज़ोन के खनन नियंत्रक रंजन सहाय कार्यकारी तौर पर मुख्य खनन नियंत्रक का काम देख रहे है। सहाय के ऊपर नेताओं और निजी खनन माफियाओं का वरदहस्त है। उसके खिलाफ़ कई शिकायते सीवीसी के पास पड़ी हैं।खन माफ़िया से मिल कर 2008 के बाद थोरियम जैसे राष्ट्रीय महत्व के खनिज का उत्पादन निजी क्षेत्र को सौंप दिया गया। इस रेत का निर्यात किया जाने लगा जिसे देश से बाहर भेजा जाना ही अपराध है।
थोरियम एक आणविक पदार्थ है जो परमाणु उर्जा और परमाणु हथियारों के लिये उपयोग में लाया जाता है .........!
विश्व में सबसे बड़े थोरियम भण्डार भारत में है ...!
भारत में पाया जाने बाला थोरियम शोधन के हिसाब से सबसे अच्छा माना जाता है ...
भारत में थोरियम समुद्री रेट में पाया जाता है जबकि अन्य देशो में चट्टानों के रूप में पाया जाता है ...!
भारत में थोरियम के भण्डार उडीसा .तमिलनाडु और केरल के समुद्र तटों पर है ...!
कोयला मंत्रालय जब प्रधानमंत्री के आधीन था तब उसमे भी बड़े पैमाने पर घोटाले हुए थे जिस पर कैग की रिपोर्ट के 18600000 करोड़ के नुकसान का आकलन किया गया है ... लेकिन थोरियम कोयले से कही जादा महत्वपूर्ण पदार्थ है जिसके बारे में हुए घोटाले का सम्पूर्ण तथ्य तभी सामने आ सकते है जब सब सम्बंधित जांच एजेंसियां इसकी जांच को सही तरीके से अंजाम देंगी ..!!
http://
http://thestatesman.net/
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*** पवन अवस्थी ****
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