Want to talk बात करना चाहता हूँ - मुझे वायु जैसे शब्द चाहिए और नदी जैसी भाषा
हँसना चाहता हूँ
इतनी ज़ोर की हँसी चाहिए जिसकी बाढ़ में बह जाए मन की सारी कुण्ठाएँ
रोना चाहता हूँ
इतनी करुणा चाहिए किउसकी नमी से खेत में बदल जाए सारा मरूस्थल
चिल्लाना चाहता हूँ
इतनी तीव्रता चाहिए जिससे सामने खड़ी चट्टान में दरार पड़ जाए
बात करना चाहता हूँ
ऐसे शब्द चाहिए जो हमारे रगों में बहें जैसे बहती रहती है नदी
पीढ़ी दर पीढ़ी हमारे अन्दर निरंतर जैसे भीनता रहती है वायु फेफड़ों की सतह पर
बात करना चाहता हूँ - मुझे वायु जैसे शब्द चाहिए और नदी जैसी भाषा
ek shsiya
No comments:
Post a Comment