Confused ideology of Muslim Education

सभी मित्र ध्यान दे - पंजाब केसरी के धार्मिक पृष्ठ पर हर सोमवार को सबसे निचे वाले कालम में सत्यार्थ प्रकाश का लेख प्रकाशित होता है, जरुर पढ़े
उसे पढ़ कर ही आप सभी को सत्य का ज्ञान होगा की स्वामी दयानद सरस्वती जी ने कैसे हिन्दुओ के स्वाभिमान को जगाया था जो वर्षो से मतान्ध मुसलमानों के दुष्प्रचार के कारण सो गए थे,
आज भी आर्य समाज अपने आप में एक वृहद् समाज है और उसके द्वारा किये जा रहे सामाजिक व् धार्मिक कार्यो की हम अवहेलना नहीं कर सकते,
जो मुर्ख (सतीश चन्द्र : satishchandgupta.blogspot.in) स्वामी जी को गलत ठहरा कर कुरान को सही और एक सभी किताब बताते है वो ये बताये की सभी की परिभाषा क्या है, अच्छी किताब लिखना या अच्छे आचरण करना
चूँकि मुह्हमद में ऐसा एक भी गुण नहीं था, जिसके कारण उसे एक अच्छा इंसान कहा जाए, अगर है तो मुसलमान खुद बताये की वो क्या कारण है जिनके कारण वे मुह्हमद को अच्छा मानते है

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